Recent comments

Breaking News

लखनऊ का इतिहास


लखनऊ का इतिहास
लखनऊ भारत के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी है। इस शहर में लखनऊ जिले और लखनऊ मंडल के प्रशासनिक मुख्यालय भी स्थित हैं। लखनऊ शहर अपनी खास नज़ाकत और तहजीब वाली बहुसांस्कृतिक खूबीदशहरी आम के बाग़ों तथा चिकन की कढ़ाई के काम के लिये जाना जाता है। भारत सरकार की २००१ की जनगणना, सामाजिक आर्थिक सूचकांक और बुनियादी सुविधा सूचकांक संबंधी आंकड़ों के अनुसार, लखनऊ जिला अल्पसंख्यकों की घनी आबादी वाला जिला है। कानपुर के बाद यह शहर उत्तर-प्रदेश का सबसे बड़ा शहरी क्षेत्र है। शहर के बीच से गोमती नदी बहती है, जो लखनऊ की संस्कृति का हिस्सा है।
लखनऊ का इतिहास

लखनऊ उस क्ष्रेत्र मे स्थित है जिसे ऐतिहासिक रूप से अवध क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। लखनऊ हमेशा से एक बहुसांस्कृतिक शहर रहा है। यहाँ के शिया नवाबों द्वारा शिष्टाचार, खूबसूरत उद्यानों, कविता, संगीत और बढ़िया व्यंजनों को हमेशा संरक्षण दिया गया। लखनऊ को नवाबों के शहर के रूप में भी जाना जाता है। इसे पूर्व की स्वर्ण नगर (गोल्डन सिटी) और शिराज--हिंद के रूप में जाना जाता है।  यह हिंदी और उर्दू साहित्य के केंद्रों में से एक है। यहां अधिकांश लोग हिन्दी बोलते हैं। यहां की हिन्दी में लखनवी अंदाज़ है, जो विश्वप्रसिद्ध है। इसके अलावा यहाँ उर्दू और अंग्रेज़ी भी बोली जाती हैं।

लखनऊ शहर को नवाबों के शहरऔर तहज़ीब के शहर के रूप में भी जाना जाता है। इसके बारे में ऐसा माना जाता है कि भगवान राम के भाई लक्ष्मण ने गोमती नदी के किनारे इस शहर की नीव रखी थी, तब इस शहर को लक्ष्मणपुर कहा जाता था। नवाबों के शासन के समय यह शहर भोजन, संगीत, कला, नृत्य, हस्तशिल्प आदि सहित सभी क्षेत्रों में विकसित हुआ। बाद में इस शहर को ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपने हाथों में ले लिया। लखनऊ शहर ने बहुत सारे स्वतंत्रता आंदोलनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साल 1947 में स्वतंत्रता के बाद लखनऊ को उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी बना दिया गया

No comments